देश विभाजन व कत्लेआम कांग्रेस के नाम
देश विभाजन व कत्लेआम कांग्रेस के नाम भाजपा पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाते रहने वाली कांग्रेस पर वास्तव में ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ कहावत चरितार्थ होती रही है। देश-विभाजन के प्रत्यक्षदर्शी स्वतंत्रता-सेनानी व इतिहासकार- C. H. शीतलवाड ने अपनी पुस्तक इण्डिया डिवाइडेड में विभाजन के लिए कांग्रेस को ही दोषी प्रमाणित करते हुए साफ-साफ लिखा है- “नंगी सच्चाई को यह कह कर छिपाना व्यर्थ है कि परिस्थितिजन्य मजबुरियों ने भारत का विभाजन स्वीकार करने के लिए कांग्रेस को विवश कर दिया था और उसे अपरिहार्य कारणों के समक्ष समर्पण करना पडा था। वास्तव में विभाजन की वे परिस्थितियां तो कांग्रेस के द्वारा ही निर्मित की गई थीं। जिस मांग (विभाजन) को एक बार स्थगित किया जा चुका था, उसे उसके (कांग्रेस के) कारनामों ने ही अपरिहार्य बना दिया था। संयुक्त-भारत, अर्थात अखण्ड भारत का वरदान कांग्रेस की गोद में आ पडा था, किन्तु उसकी राजनीतिक दुर्नीतियों और उसके नेताओं की महत्वाकांक्षाओं के कारण कांग्रेस ने उसे दूर फेंक कर उससे मुंह फेर लिया। जिन्ना की मुस्लिम लीग ने तो कैबिन